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माफिया को संरक्षण देने वाले नेताओं को आड़े हाथों लिया मुनमुन ने, 27 जून 99 में हुई थी सांसद पुत्र मानस की गोली मार हत्या

खड़गपुर। मानस चौबे की हत्या की 23वें बरसी के अवसर पर टीएमसी नेता व पार्षद देबाशीष चौधरी ने माफिया का संरक्षण देने वाले नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मानस की हत्या के समय जिन दलों ने माफिया का संरक्षण दिया था उस पार्टी का सफाया हो चुका है अब भी जो लोग माफियाओं का संरक्षण दे रहे हैं वे चेत जाए उन्होंने कहा कि उनलोगों ने गलत के खिलीफ झुके नहीं इसलिए आज भी उसे याद करते हैं

उन्होने कहा कि उनलोगों का मेरुदंड अभी भी सीधा है इसलिए गलत प्रवृति वालों से लड़ पा रहे हैं। देबाशीष ने खरीदा में मानस की को याद करते हुए उक्त बातें कही। स्व. मानस चौबे की स्मृति में मानस गौतम नारायण चौबे मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से अतुलमुनी हायर सेकेंड्री पालिटेकनिक स्कूल प्रांगण में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया पूर्व पार्षद देबाशीष चौधरी ने कहा कि मानस को रक्तदान करने का जूनून था इसलिए उसके स्मृति में हर साल रक्तदान का आयोजन किया जाता है।

ज्ञात हो कि 27 जून 99 को माफिया डान बी.रामबाबू के गूर्गो ने खरीदा में दिनदहाड़े गोली मार कर सीपीआई सांसद स्व. नारायण चौबे के छोटे बेटे मानस चौबे की हत्या कर दी थी बाद में सन 2001 में मानस के बड़े भाई गौतम चौबे की भी हत्या रामबाबू के गुर्गों ने की थी। दोनो मामले में मेदिनीपुर जिला अदालत रामबाबू को आजीवन कारावास की सजा सुना चुकी है बाद में रामबाबू को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी हांलाकि श्रीनू हत्याकांड में रामबाबू फिलहाल जेल में है।

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