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✍रघुनाथ प्रसाद साहू /9434243363
खड़गपुर। 25 से 30 मई के बीच होने वाले फलहारिणी काली पूजा व सेंदरा परब के अवसर पर होने वाले वन्य जीवों के शिकार से चिंतित वन अधिकारियों ने शिकार से बचाव के लिए आऱपीएफ व एनजीओ के साथ खड़गपुर के आरपीएफ डीएससी कार्यालय में बैठक की बैठक की अध्यक्षता डीएससी विवेकानंद नारायण ने की। वन अधिकारियों की चिंता है कि हाउर के पास होने वाले फलहारिणी काली पूजा में व सेंदरा पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग शिकार करते हैं इससे बचाव के उपाय पर चर्चा बैठक में हुई। आरपीएफ के एएससी बरुण कुमार बेहरा ने कहा कि चूंक उक्त उत्सव में बड़ी संख्या में शिकार खेला जाता है जिसमें ट्रायबल लोग प्रमुख है उसके रोकथाम के लिए पांशकुड़ा, हाउर, मेचेदा कोलाघाट, तमलुक, खड़गपुर झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, सरडिहा, घाटशिला सहित अन्य स्टेशनों में विशेष अभियान चलाया जाएगा जिसमें कमर्शिअल स्टाफ भी होंगे बेटिकट यात्री को पकड़ कर वसूलीकी जाएगा व शिकार में पाए जाने वाले अस्त्रों व शिकार किए गए सामग्री पाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी व हथियार क सीज कर लिया जाएगा इसके लिए 28 से 30 तक विशेष सतर्कता बरती जाएगी।बेहरा ने बताया कि इससे पहले सन 19 में इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है 2 साल कोविड के कारण पूजा का आयोजन नहीं किया गया व इस बार फिर से सतर्कता बरती जा रही है
आज की बैठक में खड़गपुर रेल मंडल के कमर्शिअल अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर एसीएम निंरजीता मित्रा, तमलुक के डीएफओ अनुपम खान, वन्य अधिकारी मनीषा साह, दीपक मंडल, शंभुनाथ मांडी, आदेश कुमार, एम. के संपासी, विजेंद्र कुमार, ओ पी गढञवाल, सुधीर कुमार ओसी खड़गपुर टाउन पोस्ट , सनातन टुडु, मेदिनीपुर के एडीएफओ सुभाशीष, हावड़ा के एडीएफओ श्रीकांत घोष, कलाईकुंडाल रेंज आफिसर सुभाशीष सिन्हा, डेबरा के रेंज आफिसर प्रदीप कुमार गिरि, राजेश मुखर्जी, निर्मल मंडल, एनजीओ हील के अध्यक्ष अर्क सरकार, सचिव शुभ्रज्योति चटर्जी व अऩ्य उपस्थित थे।