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नम आंखो से गन सैल्युट के साथ अंतिम विदाई दी गई बाप्पादित्य को बेटे लड़ाई में वीरगति को प्राप्त करता तो ज्यादा गर्वित होताः पिता  सुकुमार खुटिया

रघुनाथ प्रसाद साहू /9434243363
खड़गपुर, लांस नायक बाप्पादित्य खुटिया को रविवार की दोपहर खड़गपुर के बरबेटिया स्थित आवास में नम आंखों से विदाई दी गई। बाप्पा के अंतिम यात्रा को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। बाप्पा का शव दोपहर में कोलकाता होते हुए उसके आवास में पहुंचने पर पत्नी, मां व पिता तथा 11 माह की बेटी ने उसे विदाई दी बाप्पा की शव को स्थानीय कौशल्या स्थित शमशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस अवसर पर बाप्पा के पिता सुकुमार खुटिया जो कि आरपीएफ के अवकाशप्राप्त कर्मी है उन्होने कहा कि दुर्घटना के बजाय अगर उसका बेटा लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त करते तो वे ज्यादा गर्वित होते। उन्होने अपने लगभग एक वर्षीय पोती के भविष्य क प्रति चिंता जाहिर की। ज्ञात हो कि 27 मई को लद्दाख के तुरतुक में सड़क दुर्घटना में बाप्पा की मौत हो गई थी। इस हादसे में सेना के कुल 7 जवानों की मौत हुई थी।

लद्दाख के तुरतुक सेक्टर में 27 मई को भीषण सड़क हादसे में सेना के 7 जवानों की मौत हो गई थी। इस हादसे में 19 जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए थे। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेह पुलिस के अनुसार ड्राइवर अहमद शाह का बस से नियंत्रण हट जाने की वजह से बस (JK10 6245) लारगिब, पछतांग के पास सड़क से लगभग 80-90 फुट नीचे श्योक नदी में गिर गई। तुर्तुक हादसे में शहीद हुए भारतीय सेना के सात जवानों में सूबेदार शिंदे विजय राव सरजेराव, नायब सब गुरुदयाल साहू, हवलदार एमडी सैजल टी, नायक संदीप पाल, जादव प्रशांत शिवाजी और रामानुज कुमार, लांस नायक बप्पादित्य खुटिया शामिल हैं।

पहले भी दो बार मौका मिला था बाप्पा को
सेना में भर्ती होने के लिए पहल भी दो बार मौका मिला था बाप्पा को आखिरकार तीसरी बार 2019 में मौका मिलने पर बाप्पा सेना में शामिल हुए थे गुजरात में उसका पोस्टिंग था व वहां से सिचाचिन में पोस्टिंग होने के बाद मां के मना करने के बावजूद उसने घऱ वालों को राजी कर ड्यूटी ज्वाईन करने जा रहा था तभी उक्त हादसा हुआ। सन 13 में बाप्पा की शादी हुई थी व उसकी एक बेटी है एक माह पहले ही बाप्पा छुट्टी मनाकर ड्यूटी ज्वाईन किया था।

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