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नमिता की जीत की राह में कहीं रोड़ा ना बन जाए रीना, आत्म सम्मान की लड़ाई लड़ रही हूः रीना, भाजपा को भी उलटफेर की उम्मीद

✍रघुनाथ प्रसाद साहू /9434243363

खड़गपुर। टीएमसी की नामित प्रत्याशी नमिता की जीत की राह में कहीं बागी प्रत्याशी रीना ही रोड़ा ना बन जाए हालांकि नमिता अपनी जीत के प्रति आश्वस्त है व उसे उम्मीद है कि उसके पति देबाशीष चौधरी की लीगेसी  का उसे लाभ मिलेगा ग्रेजुएशन तक पढाई की नमिता का कहना है कि अगर वह जीती तो वार्ड का सौंदर्यीकरण पर जोर दिया जाएगा।  ज्ञात हो कि वार्ड 17 से टीएमसी पहले रीना सेठ के नाम की घोषणा की थी पर बाद में रीन सेठ को हटाकर देबाशीष चौधरी की पत्नी नमिता चौधरी को उम्मीदवार बना दिया जिससे क्षुब्ध हो रीना सेठ सीपीआई से चुनाव लड़ रही है। अपने बेटे को लेकर चुनाव प्रचार कर रही रीना का कहना है कि उसके नाम की घोषणा होते ही कई लोग उसे मुबारकबाद देने आ गए बाद में नाम में फेरबदल कर दिया लेकिन उसे सबसे ज्यादा दुख तब लगा जब यहां के नेताओं से उन्होंने संपर्क करना चाहा लेकिन किसी नेता ने उसका फोन नहीं उठाया आखिरकार 2 दिन बाद टीएमसी के अध्यक्ष दीपेंदु पाल ने भी मामले से पल्ला झाड़ लिया। रीना का कहना है कि वह चुनाव प्रचार में लोगों से मिल रही है 2005 व 2010 में वह टीएमसी से पार्षद भी रह चुकी है उसका कहना है कि उसे लोगों का समर्थन मिल रहा है व वार्ड में उलटफेर होने की उम्मीद है रीना का कहना है कि वह जीती तो घोषपाड़ा इलाके में पेयजल की समस्या की सेवा दूर करना चाहेगी इसके अलावा साफ-सफाई व सुरक्षा के लिहाज से विभिन्न जगहों में सीसीटीवी लगाना चाहेगी। इधर देबाशीष चौधरी का कहना है कि सीपीआई इस चुनाव में कोई फैक्टर नहीं है देबाशीष का कहना है कि सबसे पहले उसने ही वार्ड में फुटपाथ का निर्माण कराया व चौराहे में घड़ी लगवाया इसके अलावा खरीदा बाजार से दारु भट्टी तक की रोड जो कई दशकों से जर्जर अवस्था में थी उसे बनवाया। देबाशीष का कहना है कि उसके वार्ड में जल निकासी की समस्या नहीं है हांलाकि राज्य के सिंचाई विभाग जल निकासी व्यवस्था को दूर करने के लिए सर्वे कर रही है उन्होने कहा कि दूषित जल के लिए पीएचई इंजीनियर कार्य कर रही है। इधर भाजपा प्रत्याशी आर ज्योति को भी फेरबदल की उम्मीद है ज्योति का कहना है कि वह जीती तो सदैव लोगों के लिए उपलब्ध रहेगी।

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