खड़गपुर नगरपालिका चुनाव में इस बार मामा-भांजे की बीच की लड़ाई बना चर्चा का विषय

खड़गपुर। खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड संख्या 3 में इस बार मामा-भांजे के बीच की लड़ाई चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्ञात हो कि मामा तैमूर अली खान जो कि दो बार पार्षद रह चुके है वे तृणमूल की ओर से चुनाव में है जबकि भांजा खुर्शेद अली खान को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा की ओर से गौतम दास अपनी दावेदारी पेश कर रहे है। इस मामा-भांजे के बीच हो रहे चुनावी घमासान में खुर्शेद अली खान ने कहा की उनकी लड़ाई मामा से नही बल्कि प्रत्याशी से है। खुर्शेद ने कहा कि वार्ड 3 में बीते 15 सालों से तैमुर अली खान व उनकी पत्नी पार्षद रही है। लेकिन फिर भी इलाके का विकास नही हो पाया है वार्ड में हर जगह जलनिकासी व रास्तों की समस्या है। वार्ड में जिनके पहले से दो तल्ला मकान है उन्हें ही आवास योजना के तहत मकान मिले है व जो झोपड़ी में रहते है उन्हें कोई योजना का लाभ नही मिला। इसलिए इस बार वार्ड की जनता परिवर्तन चाहती है यह कहना है खुर्शेद का।

वहीं दूसरी ओर मामा तैमूर अली खान ने बड़े शांत स्वभाव से अपनी जीत निश्चित बताते हुए कहा कि चुनाव में उनका प्रतिद्वंद्वी कोई भी हो उन्हें फर्क नही पड़ता। वार्ड में तृणमूल की ही जीत होगी। उनके भांजे को वार्ड के लोग नही जानते है उसे तो जबरदस्ती कांग्रेस ने चुनाव में खड़ा किया है। इसकी उन्हें जानकारी भी नही थी

लेकिन उन्होंने उसे कोई रोक-टोक नही किया। खैर जो भी हो चुनाव में जीत तृणमूल की ही होगी। इधर दूसरी ओर इलाके के लोगों का कहना है कि तैमूर के दो बार पार्षद रहते हुए भी इलाके में पीने का पानी, व रास्ता घाट जैसी समस्याओं का समाधान नही हो पाया है। इसलिए वोट मांगने मामा-भांजा कोई भी आए लेकिन वोट उन्हीं को देेंगे जो इलाके की समस्याओं को दूर करेगा।

Exit mobile version