खड़गपुर, खड़गपुर शहर के विश्वकर्मा में शनिवार को अक्षय नवमी मनाया गया। मंदिर प्रांगण में आंवला के पेड़ के नीचे पूजा अर्चना कर लोगों को मंदिर प्रांगण में ही बन भोजन कराया और दानपुण्य भी किया गया। कार्यक्रम के आयोजक सत्यदेव शर्मा, मीरादेवी शर्मा, पारुल वेलफेयर सोसाइटी (सतकुई वृद्धाश्रम) के सीईओ रघुनंदन हाल्दार, राजेश गुप्ता व अन्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर वृद्धाश्रम के लोगों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की गई। ज्ञात हो कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी यानि शनिवार को अक्षय नवमी मनाई जाती है। अक्षय नवमी को आंवला नवमी भी कहा जाता है।
मान्यता के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष की पूजा होती है। इस दिन आंवले के पेड़ के अलावा भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है। अक्षय नवमी के दिन स्नान, पूजा और दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान कृष्ण वृंदावन-गोकुल की गलियां छोड़ मथुरा गए थे। इस दिन उन्होंने अपनी बाल लीलाओं को त्याग कर अपने कर्तव्य के पथ पर कदम रखा था। महिलाएं आंवला वृक्ष की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करती हैं। यह पूजा संतान प्राप्ति एवं पारिवारिक सुख समृद्धि के लिए की जाती है। सुबह से ही आंवले के वृक्ष के नीचे महिलाओं ने पूजन शुरू कर दिया। वृक्ष के नीचे पकवान बनाए गए। जिसे ब्राह्मणों के साथ ही अन्य लोगों को खिलाया
जगद्धात्री पूजा का आयोजन
इधर खरीदा बंगाली पाड़ा सहित शहर के अन्य हिस्सों में जगद्धात्री पूजा हुई। खरीदा बंगाली पाड़ा के बीना संघ में शनिवार की सुबह मां जगद्धात्री की पूजा हुई व पुष्पांजली दी गई। पूजा आयोजन से जुड़े नीलाद्री पोद्दार ने बताया कि सन 87 से यहां लगातार पूजा का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर कमेटि के अध्यक्ष दीपेंदु पाल व सचिव समीर मुखर्जी है।