बोनस की मांग को लेकर रेलवे के ठेकेदार श्रमिकों की ओर से धरना दिए जाने के बाद आखिरकार यूनियन व ठेकेदार संस्था निंबस हार्बर के बीच समझौता हो गया जिसके कारण हड़ताल समाप्त हो गया अब सोमवार से सफाई कर्मी काम पर लौटेंगे। ज्ञात हो कि बोनस ना देने के कारण रविवार की सुबह से सफाई सेवक कर्मचारी यूनियन के बैनर तले 32 लोग धरना पर बैठ गए जिसका समर्थन रिंकी आईएनटीटीयूसी की ओर से किया गया था आईएनटीटीयूसी नेता तपन सेन गुप्ता का कहना है कि इससे पहले ठेकेदार सफाई कर्मियों को 4000 का बोनस मिलता था पर इस साल बोनस नहीं देने के कारण कर्मचारियों में रोष है दिन भर धरना के बाद में आखिरकार समझौता हो जाने के कारण हड़ताल वापस ले ली गई तपन सेन गुप्ता ने बताया कि कल सुबह सभी कर्मचारियों को ₹1000 का बोनस दिया जाएगा और काली पूजा के अवसर पर बाकी बकाया बोनस दिया जाएगा हालांकि इस संबंध में ठेकेदार से संपर्क नहीं किया जा सका तपन का कहना है कि केंद्र सरकार की न्यूनतम मजदूरी ₹432 की जगह है इन लोगों को ₹300 की तनख्वाह भी दिया जाता है इधर रेल सूत्रों के अनुसार ठेकेदार को ठेका देने के पहले ही ईएसआई, पीएफ व बोनस वगैरह के बारे में समझौता हो जाता है इसलिए रेल पक्ष का इससे कोई लेना-देना नहीं है ज्ञात हो कि खड़गपुर रेल शहर में लगभग एक दर्जन हेल्थ यूनिट है जिसमें से गोल बाजार हेल्थ यूनिट ठेकेदारी पर चलता है ठेकेदार श्रमिकों के काम में नहीं जाने के कारण आज पंचमी के दिन शहर के प्रमुख बाजार गोल बाजार का साफ सफाई नहीं हो सका गोल बाजार व्यवसाय से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि बाजार में कल भी सफाई नहीं हो पाई थी या ज्ञात हो कि बीते 2 दिनों से बोनस को लेकर ठेकेदार व श्रमिकों के बीच जिच कायम था जोकि रविवार की शाम सुलझा लिया गया । सफाई सेवक कर्मचारी यूनियन के महासचिव विष्णु कुमार साहू का कहना है कि 32 में से 12 महिलाएं कार्यरत है व शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी मिलती है। आंदोलन के खत्म होने से गोल बाजार के व्यापारी वर्ग ने भी राहत की सांस ली है।