खड़गपुर। सालबनी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में डाक्टरों ने मंगलवार को एक दिन में 11 लोगों के आंख का व 8 लोगों का सर्जरी आपरेशन किया। जिसके लिए अस्पताल के निर्देशक डा.मनोजित बिश्वास ने डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना की। ज्ञात हो कि कोरोना काल में लगभग डेढ़ वर्ष कोविड अस्पताल के रुप में सेवा देने के बाद पश्चिम मेदिनीपुर जिले का सालबनी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल को अभी पिछले महीने ही आम चिकित्सा के लिए फिर से खोला गया था। लंबे समय के बाद आम लोगों के लिए खुलने के बाद मंगलवार को पहले दिन अस्पताल में आपरेशन किया गया। पता चला है कि अस्पताल के आई स्पेशलिस्ट डा.अभिक दे सरकार ने 11 लोगों के आंख का(फेको) आपरेशन किया। वहीं स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा.आरन्यिका माईति ने 8 महिलाओं का मिलाकर सीजेरियन व लाईगेशन आपरेशन किया। अस्पताल के निर्देशक डा.मनोजित बिश्वास ने कहा कि अगर सालबनी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में एक और प्रसूति रोग विशेषज्ञ और एक आर्थोपेडिक डाक्टर की बहाली हो जाती है तो अस्पताल लोगों को और भी बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए तत्पर रहेगी। उन्होंने बताया कि दुर्गापूजा के बाद अस्पताल में लैपरोस्कोपिक व ईएनटी का आपरेशन शुरू किया जाएगा।
खड़गपुर। इधर मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में पिछले दो-तीन सप्ताह में लगातार भर्ती होने वाले शिशु मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। बीते गुरुवार को सिर्फ एक दिन में 22 नए शिशु बुखार व खांसी की शिकायत लिए भर्ती हुए । इस मामले में आईएमए के जिला सभापति डा.तारापद घोष ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में शिशु मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है जिसमें से कुछ की हालत बेहद गंभीर होने की वजह से उन्हें पीकु वार्ड में भेजा गया है। अच्छी बात यह है कि इनमें से ज्यादातर बच्चे स्वस्थ होकर घर भी लौट रहे है लेकिन एक बेहद सिरियस बच्चे की मौत भी हुई है। उसकी मौत की वजह इनफ्लुएंजा वायरस को ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज के अनुभवी डाक्टरों को लेकर हालात की समीक्षा की जा रही है आंकड़ों के मुताबिक बीते गुरुवार शाम तक मेडिकल कॉलेज में कुल 81 बच्चे शिशु वार्ड में 13 बच्चे पीकु वार्ड में तथा 85 बच्चे नीकु वार्ड में भर्ती थे ।
खड़गपुर। मेदिनीपुर मेडिकल कालेज के बॉयज हाॅस्टल में नए संक्रमण मिलने से हॅास्टल को तुरंत खाली करने का आदेश दिया गया है कालेज प्रशासन की ओर से। ज्ञात हो कि बीते बुधवार को हॉस्टल में रह रहे कई छात्र ने बुखार की शिकायत के बाद अपना कोरोना टेस्ट करवाया। जिसमें से ज्यादातर छात्र निगेटिव पाए गए लेकिन उनमें से ही 6 छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद कालेज के अध्यक्ष डा.पंचानन कुंडू ने तुरंत हॉस्टल को खाली करने का निर्देश दे दिया। बीते गुरुवार तक हॉस्टल से अधिकतर छात्र अपने घर वापस चले गए लेकिन सिर्फ जिन छात्रों का फाइनल ईयर का
एग्जाम रह गया है केवल वही छात्र हॉस्टल में रह रहे है। मेडिकल कालेज के वरिष्ठ चिकित्सक व आईएमए के जिला संपादक डा.कृपासिंद्दु ने बताया कि अभी डेढ़ 2 महीने पहले ही कोरोना नियमों को मानते हुए मेडिकल कॉलेज में ऑफलाइन क्लास शुरू हुई थी। लेकिन अब हॉस्टल से नए संक्रमण मिलने के बाद दोबारा ऑफलाइन क्लास को बंद कर दिया गया है अब केवल ऑनलाइन क्लास के माध्यम से ही पढ़ाई होगी।