Site icon Kgp News

भतीजी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार मौसी को 3 दिनों की पुलिस हिरासत, मोबाइल ना खरीदे जाने पर नाराज छात्र ने फांसी लगा की आत्महत्या

खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबनी थाना के भादुतोला जंगल इलाके में एक नाबालिगा का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। शव की पहचान खड़गपुर लोकल थाना के रुपनारायणपुर की रहने वाली स्नेहा सिंह(7) के रुप में की गई है। पता चला है कि स्नेहा मुल रुप से सालबनी की ही रहने वाली थी लेकिन बचपन से ही वह रुपनारायणपुर में अपने मामा के घर रहकर पली-बड़ी थी। अभी दो दिन पहले उसकी मौसी प्रतिमा सिंह(30) उसे उसके मामा घर से ले गई लेकिन वापस लेकर नही लौटी। इधर स्नेहा का कुछ पता न चलने पर उसके मामा ने खड़गपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई वहीं उसके माता-पिता को भी बच्ची के गायब होने की खबर दी गई। बाद में दो दिन बाद बच्ची का शव सालबनी थाना इलाके में जंगल से बरामद किया गया। शव के गले में रस्सी का दाग साफ दिख रहा था।

सालबनी पुलिस शव को बरामद कर अस्पताल ले गई व शव की शिनाख्ती के लिए उसके परिजनों को बुलाया। मामा व माता-पिता द्वारा स्नेहा की पहचान करने के बाद शव को उन्हें सौंप दिया गया व इधर परिजनों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद हत्या के आरोप में पुलिस ने उसकी मौसी प्रतिमा सिंह को गिरफ्तार किया। खड़गपुर ग्रामीण थाना प्रभारी मोहम्मद आसिफ अली ने बताया कि प्रतिमा सिंह को मेदिनीपुर जिला अदालत में पेश किए जाने पर उसे 3 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है पुलिस उससे पुछताछ कर मामले को सुलझाने की कोशिश में लगी है।

खड़गपुर। अभिभावकों द्वारा मोबाइल खरीद कर ना देने की वजह से आकाश खिलाड़ी नामक 11वीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। घटना पश्चिम मेदिनीपुर जिले के केशियाड़ी थाना के छेबदा नामक गांव की है। पता चला है कि कुछ दिनों पहले आकाश के बड़े भाई को घर वालों ने मोबाइल खरीद कर दिया था जिसके बाद आकाश ने भी मोबाइल लेने की जिद पकड़ ली। फिर घरवालों ने समझाया कि अभी हाल ही में एक फोन खरीदा गया है व कुछ दिन वह रुक जाए तो फिर उसे भी मोबाइल खरीद कर दिया जाएगा। लेकिन घरवालों की बात का आकाश पर कोई असर नही पड़ा व कल रात घरवालों की अनुपस्थिति में उसने कमरे में फांसी लगा आत्महत्या कर ली। घटना की खबर मिलने पर पुलिस वहां पहुंची व शव को बरामद कर अंत्यपरीक्षण के लिए केशियाड़ी अस्पताल भेजा। इधर बेटे को खोने के गम में आकाश के घर वालों का रो रो कर बुरा हाल है।

Exit mobile version