दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत, डेबरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अस्थाई कर्मचारी के आत्महत्या करने के प्रयास को लेकर अस्पताल परिसर में हंगामा

खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल में  हुए दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल है। मृतकों के नाम शेख राजेश(30) सुलेमान खान(26) दीपांकर अहिर(18) है यह तीनों गढ़बेत्ता थाना इलाके के रहने वाले थे। पता चला है कि पहली दुर्घटना घाटाल-खिरपाई रोड पर घटी जहां एक पंचर हुई लारी का चक्का ठीक करते वक्त रात के समय दूसरी ओर से आ रही तेज रफ्तार पिकअप वैन तीन लोगों को कुचलते हुए चली गई। घटना के काफी देर बाद तक तीनो लोग घायल अवस्था में वहीं पड़े रहे व बाद में स्थानीय लोगों की नजर पड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने दो को तुरंत मृत घोषित कर दिया जबकि एक अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गई। इधर दूसरी ओर घाटाल में एक पुल के पास से 20 वर्षीय युवक तारक सांतरा का शव बरामद किया गया। उसकी मौत भी सड़क दुर्घटना की वजह से हुई बताई जा रही है। वह पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा का रहने वाला था। पुलिस चारों शवों को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया है व मामले की जांच कर रही है।

डेबरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अस्थाई कर्मचारी के आत्महत्या करने के प्रयास को लेकर अस्पताल परिसर में हंगामा

खड़गपुर। डेबरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में संजय भट्टाचार्य नामक एक अस्थाई कर्मचारी के आत्महत्या करने के प्रयास को लेकर अस्पताल परिसर में हंगामा मच गया। घटना के विरोध में कल अस्पताल के अन्य अस्थाई कर्मचारियों ने काम बंद कर प्रदर्शन किया। ज्ञात हो कि तृणमूल नेत्री व संजय की मां जयंती भट्टाचार्य ने अपने बेटे के आत्महत्या के प्रयास के पीछे मानसिक प्रताड़ना को वजह बताया है उन्होंने यह आरोप डेबरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अध्यक्ष पर लगाया है। ज्ञात हो कि संजय भट्टाचार्य बीते 3 साल से एक ठेकेदार कंपनी के अंदर अस्पताल में वार्ड बॉय का काम कर रहा था अभी हाल ही में उसे ट्रांसफर कर फार्मेसी विभाग भेज दिया गया जहां पर फार्मेसिस्ट द्वारा उस पर दवाई में कुछ गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया जब यह बात कंपनी को पता चली तो कंपनी ने संजय को फार्मेसी विभाग से हटाकर दूसरी जगह ड्यूटी पर लगा दिया।

बाद में अगले दिन संजय ने अपने घर पर कीटनाशक खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की संजय की मां का कहना है कि अगर उसके बेटे ने दवा की चोरी की है तो बिना जांच के उस पर आरोप लगाकर उसका तबादला क्युं किया गया। उन्होंने घटना के पीछे ठेकेदार कंपनी और अस्पताल के अध्यक्ष को दोषी मानते हुए घटना की जांच करने की बात कही। संजय फिलहाल डेबरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही भर्ती है उसकी हालत अभी स्थिर बताई जा रही है।

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