खड़गपुर। दूसरे राज्य से घर लौटते समय रास्ते में हुए सड़क दुर्घटना में सात वर्षीय बेटा आयुष समेत अपनी जान भी गंवाई पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दासपुर के रहने वाले सुमित जाना(38) ने। वहीं दुर्घटना में घायल उसकी पत्नी अस्पताल में भर्ती है। पता चला है कि सुमित पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़ में रहकर स्वर्ण कारीगर का काम करता था उसकी पत्नी और बेटा भी उसके साथ ही रहते थे। इधर छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति भयावह होने व वहां लाकडाउन लगने की वजह से उसने परिवार समेत घर वापस आने का सोचा। ट्रेन की टिकट न मिलने पर एक इनोवा कार बुक कर कुल 9 लोग बंगाल आ रहे थे। कार करीब रात के आठ बजे छत्तीसगढ़ से रवाना हुई थी व तकरीबन चार घंटे की सफर के बाद रास्ते में देर रात एक ट्रक ने सामने से कार में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने की वजह से कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई व मौके पर ही सुमित व उसके बेटे की मौत हो गई जबकि कार में सवार उसकी पत्नी समेत अन्य सात लोग बुरी तरह जख्मी हुए सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इधर दासपुर थाना के उदयचक गांव में जहां सुमित के लौटने की खबर सुनकर उसके घर में खुशी का माहौल था वह अब मातम में बदल चुका है।
सालबनी कोविड अस्पताल से एक कोरोना मरीज ने छलांग लगाकर की आत्महत्या
खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबनी कोविड अस्पताल से एक कोरोना मरीज के आत्महत्या करने की खबर आई है। पता चला है कि घाटाल महकमा इलाके के दासपुर के रहने वाले चितरंजन बेरा(56) नामक शख्स ने अस्पताल के चौथे मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक चितरंजन तीन दिन पहले कोरोना संक्रमित होकर सालबनी अस्पताल में भर्ती हुए थे उनकी तबीयत शारीरिक रुप से ठीक-ठाक ही थी लेकिन उनकी मानसिक स्थिति ठीक नही थी। अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि वे बार-बार अपनी बेड से उठकर अस्पताल परिसर में यहां वहां घूमते रहते थे। कई बार कर्मचारी पकड़कर उन्हें उनके बेड पर ले जाते थे। शनिवार देर रात भी वह अपने बेड से गायब थे। रात करीब डेढ़ बजे तक ढूंढने पर भी उनका कोई पता न चलने पर अस्पताल की ओर से सालबनी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। बाद में सुबह उनकी लाश अस्पताल के पीछे से बरामद की गई। अनुमान है कि रात में अस्पताल कर्मचारियों को चकमा देकर वे चौथे मंजिल पर चले गए होंगे व फिर वहां से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने चितरंजन के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है व शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा।