खड़गपुर, घर के दो तल्ले के ऊपर बने कमरे के रोशनदान बालकनी के बाहरी इलाके में युवक का शव फंदे से लटकता हुआ बरामद किया गया है। कभी जिम जा बॉडी बिल्डिंग करने वाला युवक प्रेम में धोखा खा नशे का आदी हो आत्महत्या कर ली। मलिंचा बालाजी मंदिर के पास गुरुवार की रात की है घटना। आठ माह पहले हुआ था बिजय का विवाह, पत्नी मायके में रहने के कारण नहीं हो सकी अंतिम संस्कार में शामिल। ज्ञात हो कि खड़गपुर लोकल थाना इलाके में गुरुवार की रात बिजय नायक नामक 31 वर्षीय युवक का फंदे सेi लटकता हुआ शव उसके घर के दोतल्ले के ऊपर बने दीवार से लटका पाया गया। वार्ड संख्या 10 के महालीपाड़ा में पूर्व दलील लेखक घोष परिवार के मकान किराए में ले रहने वाला बिजय नायक पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव में था मृतक के पिता मंगलू नायक ने बताया कि कल भी बेटा बिजय ने शराब पी रखी थी व घर में खाने के समय मां से कुछ कहासुनी हुई फिर छत पर चला गया जहां वह हमेशा सोया करता था जिसके बाद रात में लगभग सात बजे लोगों ने उसकी लाश लटकती देख चिल्लाया तो उसे उतारा गया हांलाकि तब तक मौत हो चुकी थी।
दोस्त सोनू खान ने बताया कि दोस्त को लटकता देख वह उसे उम्मीद से उतारा पर दोस्त को नहीं बचा पाया दोस्तों ने बताया कि बिजय अपने स्वास्थय को लेकर सतर्क था व खालसा क्लब में जिम करता था पिछले कुछ वर्षों में पड़ोसी जिले की रहने वाली एक युवती से सोनू का प्रेम हो गया था प्रेम संबंध छह सात वर्षों तक चला लेकिन प्रेमिका परिजनों के कहने पर कहीं अन्य जगह शादी कर लिया जबकि उस वक्त बिजय बेरोजगार था जिसके बाद से ही बिजय नशे की गिरफ्त में लगातार चला गया व अवसादग्रस्त रहने लगा था। पिता मंगल का कहना है कि उसका साला जो कि बरहमपुर के बोड़साई में रहता था अपनी बेटी ओलिया के लिए रिश्ता ढूंढ़ रहा था साल भर पहले पिता ने बिजय ने ओलिया से रिश्ते की बात को कहा तो विजय बरहमपुर में जाकर लड़की देख आया पर लड़की के परिजनों को बिजय के नशे में चूर रहने की बात बताई तो लड़की वाले पीछे हट गए लेकिन लड़के लड़की ने इस बार शादी के लिए ठान लिया था बिजय अपना सामान गिरवी रख व दोस्तों से पैसे उधार ले बरहमपुर जा लड़की को भगा लाया व घरवालों के नाराजीगी के कारण दोनों ने कोलकाता के कालीघाट में लगभग आठ माह पहले शादी रचा ली पर वहां काम ना मिलने पर पत्नी को कोलकाता छोड़ आया व दोस्तों ने रेशमी मेटालिक्स में ठेकेदार के अधीन काम में लगा दिया फिर घरवालों ने भी शादी स्वीकार कर ली तो पत्नी को ले पिता के पास आ गया लेकिन नशा छोड़ नहीं पाया बिजय सोनू का कहना है कि बीते तीन दिनों से काम पर भी नहीं गया था पत्नी भी दो महीने पहले मायके गई हुई है वह कई बार आत्महत्या की बात कहता था व आखिरकार गुरुवार की रात साड़ी से फंदे बना रोशनदान से लटक गया। ज्ञात हो कि बिजय अपने परिवार का एकमात्र संतान था जो कि अपने पीछे पिता मंगलू, मां व नवविवाहित पत्नी को सिसकने के लिए छोड़ गया। 65 वर्षीय मंगलू अवकाश प्राप्त रेलकर्मी है व बीसीएन शेड में कार्यरत था। अपने बेटे का दाह संस्कार करने वाले मंगलू ने अपने अश्रू पोछते हुए कहा बेटे के लिए सब कुछ किया पर वह बुढ़ापे में हमें अकेला छोड़ गया जबकि मायके में होने के कारण दाह संस्कार में शरीक भी नहीं हो पाई घटना से इलाके में शोक व्याप्त है सादतपुर पुलिस फांड़ी प्रभारी समर राय ने कहा कि युवक ने फांसी लगा आत्महत्या की है व मामले की जांच जारी है।