खड़गपुर। कोविड के बीच हुआ रावण दहन जबकि नम आंखों से मां को दी विदाई दी गई व इसी के साथ चार दिवसीय दुर्गा पूजा संपन्न हुआ। विजयादशमी की रात शहर के विभिन्न पूजा पंडालों से प्रतिमाओं को ट्रक व मेटाडोर में लादकर कुंडु तालाब, कंसावती नदी व अन्य जगहों में विसर्जित कर दिया गया हांलाकि कोविड नियमों के कारण इस बार विसर्जन जूलुस नहीं निकाले गए व सिंदूर खेला भी सीमित रहा
जबकि कोविड के बीच खड़गपुर शहर का दशहरा उत्सव संपन्न हुआ। कोविड नियमों के कारण लोगों को सामाजिक दूरी का पालन किए जाने को लेकर मैदान के कुछ हिस्से को मार्किंग किया गया था इसके बावजूद कोविड नियमों का पालन नहीं किया गया। रावण दहन कार्यक्रम में जिलाशासक रेशमी कमल, डीआईजी वी सोलोमान नेसाकुमार, एसडीओ वैभव चौधरी, एडिशनल एसपी काजी शमसुद्दीन अहमद, टीएमसी के जिलासभापति अजित माईति, विधायक प्रदीप सरकार व अन्य उपस्थित थे।
इस साल कोविड के कारण अखाड़ा जूलूस नहीं निकाला गया हांलाकि कुम्हारपाड़ा सहित अन्य अखाड़ा कमेटियों ने स्थानीय स्तर पर प्रतीकात्मक जुलुस जरुर निकाले एसडीपीओ सुकमल कांति दास भी अखाड़ा में डंडे के साथ करतब दिखाते दिखे। ज्ञात हो कि दशहरा उत्सव कमेटि सन 25 से दशहरा उत्सव का आयोजन करती आ रही है।