लापरवाही व अकेलेपन के बीच अवकाशप्राप्त रेलकर्मी की मौत, कोविड से जूझ रहा था विवेकानंदपल्ली निवासी वृद्ध गेटबाजार में दुकान था वृद्ध का परिजन गए थे इलाज कराने बाहर, नहीं था रोगी के कोविड होने की जानकारीः रीता शर्मा

                           रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। लापरवाही व अकेलेपन के बीच कोविड संक्रमित अवकाशप्राप्त रेलकर्मी की मौत हो गई। वृद्ध खड़गपुर शहर के विवेकानंदपल्ली निवासी था मौत से पहले वृद्ध परिजनों से मिल भी नहीं सके आखिरकार पुलिस लाश को बरामद कर अंतिमसंस्कार कर दिया। जानकारी के मुताबिक खड़गपुर शहर के विवेकानंदपल्ली निवासी रिटायर्ड रेलकर्मी लगभग 64 साल की कोविड से मौत हो गई बीते कुछ दिनों से उसे बुखार था जांच कराने पर कोविड संक्रमित पाया गया था जिसके बाद वह घर पर ही था पता चला है कि पुलिस के पूछने पर भी घर में ही रहने पर सहमति जताई थी पता चला है कि वृद्ध की पत्नी, अवविवाहित बेटी व एक अन्य साथ में रहता था पर वृद्धा की इलाज के लिए सभी लोग बाहर थे दो अन्य बेटी की कटक व अन्य जगहों में शादी हो चुकी है। मकान मालिक का कहना है कि रेल अस्पताल बंद रहने के कारण वृद्ध को भर्ती नहीं लिया गया वृद्ध कहीं दूसरे अस्पताल में ना जाकर ठीक रहने की बात कह घर में ही रह इलाज करा रहा था मकान मालिक उसे खाना भी मुहैया कराया था परिजनों को कहने पर भी आने में देर की गुरुवार की तड़के वृद्ध की मौत हो गई। मौत के बाद दामाद सहित चार अन्य लोग खड़गपुर पहुंचे जिसकी सहमति पर पुलिस ने अंतिम संस्कार कराया। पूर्व पार्षद रीता शर्मा का कहना है कि कोविड के बारे में वह अनजान थी उसका मानना है कि रोगियों के बारे में जनप्रतिनिधियों को जानकारी देनी चाहिए ताकि रोगी का हालचाल लिया जा सके यहां तक कि नगरपालिका के स्वास्थय विभाग को भी पता नहीं था रीता का कहना है कि पुलिस के कहने पर दामाद को उसने प्रमाणित किया ताकि शव का अंतिम संस्कार किया जा सके।पता चला है कि वृद्ध का गेटबाजार में दुकान था। इधर दो दिन पहले रेल अस्पातल में इलाज क लिए ले जाए गए मथुराकाठी, शंकर मंदिर के पास निवासी अवकाश प्राप्त रेलकर्मी की भी मौत होने के बाद एंटीजेन जांच में कोविड पाया गया था जिसका सरकारी विधि से अंतिम संस्कार कर दिया गया।     

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