बहनों ने भाई को राखी बांधने के बजाय सजाए भाई की अर्थी, काम के 80 रु ना मिलने पर खूब रोया था सुजित, घर के पीछे केला पेड़ में राखी के पहले की रात ही फांसी में झूलता मिला सुजित, बहनों को आशंका भाई की हत्यी की गई, जमीन को लेकर भी चल रहा था विवाद

                          रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। बहनों ने भाई को राखी बांधने के बजाय सजाए भाई की अर्थी। काम के 80 रु ना मिलने पर रविवार  रात खूब रोया था सुजित। घर के पीछे केला पेड़ में रविवार को ही फांसी में झूलता मिला सुजित का शव। बहनों को आशंका भाई की हत्यी की गई, जमीन को लेकर भी चल रहा था विवाद। घटना पिंग्ला थाना के बीरसिंहपुर गांव की है। योजना के अनुसार सुजीत की बहन नीलिमा ने भाई के लिए राखी भी खरीद लिए थे व आज भाई को राखी पहनाना था पर हो ना सका। ज्ञात हो कि सुजीत अपने घर से थोड़ी दूर में एक महिला के घर काम करता था

आरोप है कि सुजीत ठीक से कपड़े नहीं धो पाता तो उसे कई बार कपड़े धुलवाए जाते मालकिन को सुजीत मामी बोलता था मामी मेदिनीपुर में कार्यरत है व उसकी बेटी साथ रहती है मालकिन की मां कभी कभार रहती थी। नीलिमा का कहना है कि काम करके उसके शरीर में कुछ चर्म रोग हो गए थे जिसके कारण वह काम पर नहीं जा रहा था  सुजिन ने पैसे के लिए मालकिन मामी को रविवार को फोन किया था पर मालकिन ने कह दिया काम पर नहीं आए तो पैसे नहीं मिलेंगे जिसके बाद खूब रोया था सुजित उसे बहनों के लिए भी उपहार जो खरीदने थे इधर शाम में घर नहीं पहुंचने पर खोज करने पर देर रात लगभग साढ़े आठ बजे सुजित की लाश घऱ के पिछवाड़े केले के पेड़ में लटकता मिला बहनों का आरोप है कि सुजित की हत्या की गई है घर के पास खास जमीन के दखल को लेकर भी मनमुटाव चल रहा था।

सुजित तीन बहने व दो भाई है दो बड़ी बहने सुजित की लाश को लेकर अंत्यपरीक्षण कराने खड़गपुर महकमा अस्पताल पहुंची थी पर मेदिनीपुर रेफर कर देने से शाम में मेदिनीपुर शव को ले जाया गया जहां से रात में शव को घर  ले अंतिम संस्कार किया गया पता चला है कि सुजित की मां भी दूसरों के घर में काम करती है व तीन बहनों की शादी हो चुकी है। पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है आखिर सुजित के लिए 80 रु उसकी जान से अधिक कीमती नहीं थे यह अब कौन किसे समझाए 
 

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