कोरोना के चार पाजिटिव पाए जाने से खड़गपुर में ब्लैक फ्राइडे , कोरोना के अब तक के एक दिन में सबसे ज्यादा पाजिटिव, शहर के लिए खतरे का बजा अलार्म , क्वारेंटाईन सेंटर सहित रोगियों को अन्यत्र शिफ्टिंग की तैयारी

रघुनाथ प्रसाद साहू

खड़गपुर। खड़गपुर में कोरोना के चार पाजिटिव पाए जाने से ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ है पुलिस पाजिटिव रोगियों को अस्पताल में शिफ्टिंग सहित अन्य व्यवस्था में जुट गई है इधर चार मामले पाए जाने से खड़गपुर के एसडीपीओ ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पांचबेड़िया के रेलकर्मी जो कि मौत के बाद कोरोना पाजिटिव पाए गए थे उसका बेटा कोरोना पाजिटिव पाया गया है ज्ञात हो कि बेटा बेटी सहित कुल छह लोगों को क्वारेंटाईन कर पांचबेड़िया को बीते दिनों क्वारेंटाईन किया गया था।

इसके अलावा टुरीपाड़ा के रहने वाले लगभग 40 वर्षीय वयक्ति कोरोना पाजिटिव पाया गया है। पता चला है कि वयक्ति दिल्ली में राजमिस्त्री का काम करता था बीते 15 जून को वह दिल्ली से लौटा था। इधर गोपालनगर में रिटायर्ड रेलकर्मी कोरोना पाजिटिव पाया गया है पता चला है कि उसका कोलकाता के मेडिका में इलाज चल रहा था जहां जांच के दौरान कोरोना पाजिटव पाया गया

इधर रेशमी मेटालिक्स में काम करने वाले श्रमिक को कोरोना पाजिटिव पाए जाने की खबर है पता चला है कि श्रमिक का भाई कोरोना पाजिटिव था जिसका कि वह कोलकाता में इलाज चला रहा था अब भाई को कोरोना पाजिटिव हो गया है।

खड़गपुर के एसडीपीओ सुकमल कांति दास ने एक दिन में चार कोरोना पाजिटिव पाए जाने से लोगों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी ने बताया कि चार करना पॉजिटिव मामले आने के बाद में पांचड़िया में पहले से ही कंटेंटमेंट जोन था जबकि नए तीन जगहों मे भी कंटेनमेंट जोन कर दिया गया है व पांचबेड़िया तथा टुरीपाड़ा के रोगियों को मेदनीपुर के आयुष अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

ज्ञात हो कि इससे पहले इतने कोरोना पाजिटिव के मामले शहर से नहीं आए थे दिल्ली से आए आरपीएफ जवानों में कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बावजूद वे सब कई जगहों के रहने वाले थे जिसमें झाड़खंड के घाटशिला , उड़ीसा के बालासोर व बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के मेचेदा भी शामिल था। इधर महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से आए कई लोगों को बिना टेस्ट किए छोड़ दिया गया था उसमें से कई लोगों को प्रशासन की ओर से फोन कर चांदमारी अस्पताल जा इलाज करने को कहा जा रहा है ताकि दूसरे लोग संक्रमित ना हो सके।

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