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अजमेर से बस से खड़गपुर पहुंचे श्रमिक, क्वारेंटाईन में रहने की सलाह, हैदराबाद से पैंदल निकले 47 मजदूर उड़ीसा के संबलपुर पहुंचे, स्थानीय क्लब ने दिया सहारा, पत्थरबाजी से परेशान है 7 नंबर रेल कालोनी के लोग

                           रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के 33 प्रवासी मजदूरों को लेकर राजस्थान के अजमेर से निकली बस आज खड़गपुर पहुंची। जिसके बाद सभी मजदूरों का स्वास्थ्य जांच कर बाद में उन्हें एंबुलेंस की मदद से उनके गंतव्य स्थान पहुंचा दिया गया। ज्ञात हो कि 33 मजदूरों में से 9 खड़गपुर के 9 मेदिनीपुर के तथा 15 मजदूर घाटाल के रहने वाले है मेदिनीपुर के रहने वाले मजदूरों को मेदिनीपुर के कालेज मैदान में दोबारा स्वास्थ्य जांच कर उन्हें उनके घर तक पहुंचा दिया गया वहीं कोई समस्या होने पर उनको तुरंत स्वास्थ्य दफ्तर जाने की सलाह दी गई ज्ञात हो कि वापस लौटने वालों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं ।

हैदराबाद से मालदा के लिए निकले 47 मजदूर पहुंचे संबलपुर

इधर सरकारी उदासीनता से तंग आकर हैदराबाद में काम कर रहे पश्चिम बंगाल के 47 मजदूर पैदल ही अपने गृह नगर मालदा की ओर निकल पड़े हैं। उन्होंने अपनी यह यात्रा पिछले 25 अप्रैल को शुरु किया था दस दिनों के बाद मंगलवार की सुबह सभी 47 लोग संबलपुर शहर के धनकौड़ा पहुंचे जहां भाजपा व साई राम स्वयं सहायक समूह व स्वैच्छा के सदस्यों मजदूरों को भोजन कराया और फिर उनके बीच मास्क एवं आवश्यक दवाओं का वितरण किया। मामले की सूचना मिलते ही धनुपाली एवं सदर थाना के पुलिस अधिकारी उन मजदूरों के पास पहुंचे व पूछताछ की अब देखना है कि मजदूरों को वाहन उपलब्ध कराई जाती है या फिर पैदल ही अपने गंतव्य की ओर निकलना होगा।

पत्थरबाजों से परेशान है 7 नंबर रेल कॉलोनी के लोग 
 खड़गपुर शहर के गोलबाजार के समीप सात नंबर रेल कालोनी व आसापास के लोग बीते कई दिनों से रात के सामय घरों में होने वाले पत्थरबाजी से परेशान है स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीते कई दिनों से बदमाश घरों में पत्थर से हमला कर रहे हैं व बाहर निकलने पर बदमाश स्थानीय लोगो को चुनौती देते हैं लोगों का आरोप है कि अवैध शराब दुकान के खुल जाने से स्थिति ज्यादा बिगड़ी है रेल व खड़गपुर टाउन पुलिस को खबर दी गई है पर अभी तक समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सात आठ व नौ नंबर रेल कॉलोनी में में ज्यादातर इमेरजेंसी ड्यूटी करने वाले रेल कर्मी रहते हैं स्थिति में सुधार नहीं आई तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है रेलकर्मियों को एहतियातन रतजगा करना पड़ रहा है ।

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