कोरोना के खौफ पर खांटी खड़गपुरिया की एक और ….
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वनवास हुआ लॉकडाउन का एकांतवास ….
तारकेश कुमार ओझा
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वनवास हुआ लॉकडाउन
का एकांतवास
खलने लगी जबरदस्ती की आराम तलबी
तड़पाने लगी वो स्थगित जिंदगी ,
फिर लौटे मैदानों में खेल
पटरियों पर दौड़े धड़धड़ाती रेल ,
समझ आने लगी उन पलों की अहमियत
दोस्तों संग एक कुल्हड़ चाय की कीमत ,
भागे मनहूसियत , मिटे विधि का लेखा
लौटे रौनक , सजे दुनिया का मेला
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वनवास हुआ लॉकडाउन का एकांतवास ….
तारकेश कुमार ओझा
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वनवास हुआ लॉकडाउन
का एकांतवास
खलने लगी जबरदस्ती की आराम तलबी
तड़पाने लगी वो स्थगित जिंदगी ,
फिर लौटे मैदानों में खेल
पटरियों पर दौड़े धड़धड़ाती रेल ,
समझ आने लगी उन पलों की अहमियत
दोस्तों संग एक कुल्हड़ चाय की कीमत ,
भागे मनहूसियत , मिटे विधि का लेखा
लौटे रौनक , सजे दुनिया का मेला
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लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं। संपर्कः 9434453934, 9635221463