खड़गपुर।कोरोना से ठीक होने के बाद ओडिशा के अस्पताल में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेल्दा के साउरी गांव के रहने वाले वृद्ध मरीज की मौत हो गयी है. परिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह वृद्ध ने भुवनेश्वर कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अस्पताल के कोविड वार्ड में अंतिम सांस ली. उनके परिवार के बाकी लोगों के बेल्दा में क्वॉरेंटाइन में होने के कारण उनका अंतिम संस्कार भुवनेश्वर का स्थानीय प्रशासन करेगा. इसकी अनुमति वृद्ध के परिवार की ओर से दे दी गई है.
ज्ञात हो कि डेथ सर्टिफिकेट में अस्पताल प्रशासन की ओर से लिखा गया है कि मौत की वजह ब्रेन ट्यूमर है. पता चला है कि बीते महीनों पहले भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में वृद्ध के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था, लेकिन बीते दिनों तबीयत फिर बिगड़ने से उन्हें दोबारा पहले मेदिनीपुर व फिर भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आठ अप्रैल को जांच में वृद्ध कोरोना पाजिटिव पाया गया, जिसके तुरंत बाद उसे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के कोविड वार्ड में भेज दिया गया.
इधर वृद्ध के परिवार के तमाम सदस्यों व मेदिनीपुर के निजी अस्पताल के कर्मचारियों सहित कुल 40 लोगों को को क्वॉरेंटाइन में रख दिया गया व वृद्ध का इलाज शुरु हो गया, लेकिन बाद में वृद्ध की मौत हो गई, डॉक्टरों ने डेथ सर्टिफिकेट में कोरोना नेगेटिव लिखते हुए मौत की वजह ब्रेन ट्यूमर को बताया. ज्ञात हो कि बीते 9 अप्रैल को भी वृद्ध के मारे जाने की खबर आई थी जिसका सरकारी सूत्रों ने पुष्टि भी की थी हांलाकि वह अफवाह निकला।
इधर उड़ीसा राज्य के जनसंपर्क और सूचना विभाग ने ट्विट कर बताया है कि मरीज कोरोना से ठीक हो गया था. लगातार दो बार की जांच में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी. उसके कई अंग काम नहीं कर रहे थे.ज्ञात हो कि बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग भी बेल्दा के वृद्ध को कोरोना रोगी मानने से इंकार कर रहे थे।