खड़गपुर। भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व आईपीएस भारती घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिख दिल्ली के निजामुद्दीन मे शामिल हो बंगाल आए जमात के लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई व दासपुर के निजामपुर गांव जहां बाप बेटे के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद सील किए गए गांव के लोगों को भोजन का प्रबंध कराने की मांग राज्य सरकार से की है। भारती ने अपने पत्र मे लिखा है कि उन्होने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन से जो 71 लोगों के राज्य में रहने की बात राज्य सरकार ने स्वीकारी है उनमें से 54 को क्वारेंटाईन में भेजा गया है। भारती का आरोप है कि मरकज से लौटे जमाती देश के कोने कोने में जाकर वायरस फैला दिया है जिसके कारण पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में अचानक से बढ़ोतरी हो गई है। दिल्ली से आकर खड़गपुर के आसपास धार्मिक उपदेश देने वाले विदेशी मौलवियों को भी ब्लैक लिस्टेड करने की बात कही है ये मौलवी टूरिस्ट वीजा में इंडोनेशिया से भारत आए थे।भारती का मानना है कि मामले की एनआईए जांच होनी चाहिए तभी सच्चाई सामने आ सकेगा। भारती ने दासपुर में पिता-पुत्र के कोरोना पाजिटिव पाय जाने वाली घटना पर कहा कि पुलिस दासपुर के निजामपुर गांव को पूरी तरह से सील कर दिया है जिससे वहां के लोगों को खाने पीने की दिक्कत हो रही है प्रशासन जल्द गांव में खाने पीने की व्यवस्था करे।उन्होने कहा कि 22 मार्च को मुंबई से युवक के लौटने के बाद उसके पिता व पांशकुड़ा तथा घाटाल को दो अन्य युवक उसे पांशकुड़ा से गौरा गांव तक कार में ले कर गए थे वे दोनो लापता है उसकी भी खोज की जाए। उन्होने राज्य के सभी जिले में खाली पड़े स्कुल में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की मांग करते हुए कहा कि अन्य राज्यों से बंगाल में 35 हजार से ज्यादा लोग लौटे हैं इन लोगों को क्वारेंटाईन में रखा जाए व प्रशासन निगरानी करे ताकि और लोग संक्रमित ना हो।