खड़गपुर। मेदिनीपुर शहर के एक निजी 3 स्वास्थ्य कर्मियों को शेखपुरा ,मेदिनीपुर के एक लॉज में क्वारेंटाइन करने को लेकर लोगों ने विरोध किया तो पुलिस को स्थान परिवर्तन कारण पड़ा इधर लाकडाउन के कारण भुवनेश्वर में फंसे मुर्शिदाबाद के रहने वाले 8 मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़ें आज मेदिनीपुर में पहुंचने पर पुलिस सभी को बरामद कर क्वारेंटाइन में भेज दिया। ज्ञात हो कि भुखमरी से बचने के लिए भुवनेश्वर इंफोसिटी से मुर्शिदबाद के गोबर गांव के के लिए 8 मज़दूर बीते दिनों भुवनेश्वर से पैदल ही रवाना हो गए।
मेदिनीपुर शहर पहुचते ही सभी 8 को ट्रैफिक गार्ड पुलिस रोक दी और मेदिनीपुर शहर के एक अस्थायी क्वारेंटाइन होम पकुटिया ले गई। इनलोगों के खाने का इंतज़ाम जिला प्रशासन द्वारा किया गया ट्राफिका पुलिस के अधिकारी मृणाल कांति सिकदर की ततपरता से इन्हें सभी का चेकअप कराया जा रहा है। खबर पाकर मेदनीपुर के डीएसपी सव्यसाची सेनगुप्ता और मेदिनीपुर कोतवाली थाना प्रभारी पार्थप्रतिम पाल घटनास्थल पर पहुंचे और 14 दिन के क्वारेंटाईन शिविर में भेजने का फैसला लिया ।हांलाकि जांच में कोविड 19 के कोई निशान नही मिला। चर्चा है कि लाकडाउन की सख्ती के बीच 8 मज़दूरों का जत्था उड़ीसा सीमा पार कर कैसे इतनी दूर तक पहुंच गया।