खड़गपुर। कोरोना को देखते हुए जहां देश भर के छोटे बड़े मंदिरों के कपाट बंद है लोग घर से ही अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं वहीं खरीदा के रहने वाले व्यवसायी ने सार्वजनिक तौर पर महाभोग का आयोजन कर दिया जिसमें पांच सौ लोगों को आमंत्रण मिला था हांलाकि पुलिस एक्शन मे आई तो लोग भोग खाए बिना वहां से भागे पुलिस आयोजक को चेतावनी दे निजी मुचलका में रिहा किया। ज्ञात हो कि गोलबाजार के स्वर्ण दुकान में काम करने वाले व जमीन व्यवसाया से जुड़े गौतम महंत बीते कई सालों से काली पूजा का आयोजन करता है व हजारों लोगों को भोग खिलाता है इस साल भी भोग का आयोजन किया था पर कोरोना को देखते हुए आयोजन स्थगित करने के बजाय सोमवार की रात मां काली की पूजा अर्चना सार्वजनिक तौर पर की गई व आज दोपहर में पांच सौ लोगों के महाभोग का इंतजाम किया गया था जिसमें कथित तौर पर स्वनामधन्य लोग आमंत्रित थे।पता चला है कि कई लोग कोरोना के तहत आयोजन से दूर रहने की बात कहने पर पुलिस अधिकारी व नेताओं के खुद आयोजन में पहुंचने की बात कह आयोजन टालने के पक्ष में नहीं था गौतम।
इधर आज दोपहर पुलिस के उच्च अधिकारियों को मामले की खबर मिली तो खड़गपुर के एडिशनल एसपी भोग शुरु होने के समय पहुंचे उस वक्त लोग भोग खाना शुरु ही किए थे पुलिस का रौद्र रुप देख भक्तगण वहां से उलटे पांव लौटना ही उचित समझा। बाद में भोग को इलाके में बांटा गया इधर सरकारी निर्देश का उल्लंघन करने के अपराध में आयोजक गौतम महंता को थाना लाया गया बाद में निजी मुचलके पर उसे रिहा कर दिया गया। वार्ड नंबर 19 के टीएमसी पार्षद राजू गुप्ता का कहना है कि आयोजक को संयम बरतना चाहिए था मामले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।