खड़गपुर। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर खड़गपुर के सेक्स वर्कर महिलाएं भी जनता कर्फ्यू में शामिल होगी व रविवार को छुट्टी मनाएगी हांलाकि कोरोना को लेकर सेक्स वर्करो को जागरुक करने की पहल प्रशासन की ओर से अब तक नहीं हुई है। दुर्बार महिला समिति, खड़गपुर की प्रमुख माया पात्रो का कहना है कि टीवी में देखकर उनलोगों को कोरोना के बारे में पता चला। पात्रो का कहना है कि कोरोना को लेकर ना तो प्रशासन की से कोई कोरोना की जानकारी देने आया ना तो किसी राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं की तरफ से। ज्ञात हो कि पुरातन बाजार इलाके में स्थित निषिद्धपल्ली में लगभग 35 सेक्स वर्कर है जिसमें से आसपास के रहने वाले लगभग 15 लड़कियां कोरोना की जानकारी होने के बाद अपने अपने घर चली गई। कोरोना के चलते ग्राहकों की संख्या में काफी कमी आई है व निषिद्धपल्ली में नए लड़कियों को आने भी नहीं दिया जा रहा है। सेक्स वर्करों के बीच जागरुकता के मामले में जिला के मुख्य स्वास्थय़ अधिकारी गिरीश चंद्र बेरा का कहना है कि विदेशों से आए लोगों को चिन्हित करना पहली प्राथमिकता है उन्होने कहा कि कोरोना सेक्स ट्रांसमिटेड बीमारी नहीं है। खड़गपुर शहर टीएमसी के अध्यक्ष रबि शंकर पांडे ने भी मोदी के जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए इसे साइंटिफिक करार दिया व कहा कि बीमारी अगर थर्ड स्टेज में पहुंची तो नियंत्रण करना मुश्किल होगा। ज्ञात हो कि राज्य के शिल्पांचल के रेड लाइट एरिया में कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया पर मेदिनीपुर जिला प्रशासन उदासीन रहा।